Wednesday, 11 November 2020
Congress: Losing charm, Not emerging as an option in UP
Tuesday, 10 November 2020
Is Mayawati the weekest link in UP?
After the results of the 7 seats of UP, one thing has been decided that Mayawati has seen the biggest low in her political career in UP.
Compared to other parties, BSP has been very disappointing in the by-election.
Mayawati has been going through the bad days of politics since 2012. The party has also fallen behind in the election results. Bahanji’s power dynamics seem to have shifted and it would be interesting to see how she plans to fight the battle of 2022.
Mayawati, the BSP supremo, has been the chief minister of Uttar Pradesh for four times. The BSP has reached power with Dalit politics and had a golden period in Uttar Pradesh when its government ran with a majority from 2007 to 2012.
During this period, Mayawati executed all her projects like Ambedkar Park and Smriti Sthal Ambedkar Maidan in Lucknow, and similar constructions in Noida.
BSP failed to open the account in 2014 and finished third in 2017. In 2019 Lok Sabha elections, Mayawati took a chance as she shook hands with Samajwadi Party, forgetting the 24 years old hostilities between both the parties but the results were not favourable.
Now the 7-seat by-election in 2020 is considered to be the trend of 2022, which seems to be disappointing for the BSP.
Moreover, in the past decade, the party's big leaders have left BSP and are still leaving. There was a time when Team 11, which was her troubleshooter, left Mayawati and after the departure of these second-order leaders, BSP seems to be getting weaker.
These 11 Commanders were -
Babu Singh Kushwaha, Swami Prasad Maurya, Naseemuddin Siddiqui, Brijesh Pathak, Jugal Kishore, Dadu Prasad, KK Gautam, R K Chaudhary, Ram Achal Rajbhar, Tribhuvan and Ramveer Upadhyay.
Former BSP minister Dadu Prasad says that the party and Mayawati have moved away from the idea and are working in the direction of BJP.
Journalist Rajendra Gautam, who has seen the BSP very closely, says that BSP is a synonym to Behanji and giving your opinion can be fatal in the party.
In such a scenario, it would be rather interesting to see what Mayawati plans for 2022.
- Aditi
Monday, 2 November 2020
Book Review - "My Feudal Lord"
Sunday, 25 October 2020
Book Review : Janta Store (English)
Monday, 19 October 2020
Book Review - The Last Murder by Abhilekh Dwivedi
of "The Last Murder" - Abhilekh Dwivedi
लिखने पढ़ने का शौक रखने वालों से एक सवाल!
क्या हो अगर आपकी लिखी / पढ़ी जा रही किताब का कोई क़िरदार जीवंत हो उठे? कोई किस्सा सच हो जाए? आप कहेंगे कि खूबसूरत संयोग सा है।
लेकिन तब क्या हो जब मर्डर मिस्ट्री असल ज़िन्दगी में सच होने लगे?!! एक पब्लिश्ड किताब जो सफल हो चुकी हो, उसी के हिसाब से मर्डर पे मर्डर होने लगें?
जैसे कॉर्पोरेट में नंबर्स के ऊपर किसी चीज़ को तरज़ीह नहीं दी जाती वैसे ही कमोबेश यही हाल हर फील्ड का होता जा रहा है। गलाकाट प्रतिस्पर्धा के चलते healthy competition और co-exist करने वाले फलसफे कहीं पीछे छूटते चले जा रहे हैं। ऐसे में हर कोई शक के दायरे में आता है। पाठक, पब्लिशर, यहां तक की खुद राइटर भी! कौन है जो खून पर खून कर रहा है और क्यों?
कहीं कोई पब्लिसिटी स्टंट तो नहीं जो खूनी खेल में बदल गया?
इन ढेर सारे सवालों के बीच आपको छोड़ता है Abhilekh Dwivedi जी का नया उपन्यास "The Last Murder".
एक एक कर आठ कड़ियाँ आ चुकी हैं और हर बार सस्पेंस गहराता जाता है।
कुछ यादगार वन लाइनर्स (जो अभिलेख जी का USP बन चुकी हैं) आपको यहाँ भी मिलेंगी, जैसे -
"उसे पता था कि किस जगह अपनी उपस्थिति कैसे दर्ज करवानी है क्योंकि उसका मक़सद लेखन से राजनीति की और मुड़ना है और इसके लिए ग्राउंड पर पहचान या कहें कि रीच की बहुत ज़रूरत होती है।"
या फिर -
"बुक के बिज़नेस में बेस्टसेलर नहीं भी बनो तो कोशिश यही सबकी रहती है कि किताब सबसे ज़्यादा चर्चा बटोरे, भले बिके कम।"
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नयी हिन्दी का भरपूर उपयोग इसे millenials के बीच ख़ासा लोकप्रिय बनाने की क्षमता रखता है लेकिन इसका सब्जेक्ट और कॉन्टेंट काफ़ी दमदार है और हर उम्र के लोगों को पसंद आएगा।
अभिलेख जी की लिखी बाकी किताबों से काफ़ी अलग ट्रीटमेंट इस बार।
हर कैरेक्टर well defined है और सबको अपना स्पेस मिला है।
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अगर वाकई अलग और नया पढ़ने का शौक रखते हैं, तो जल्दी इसे पढ़ डालिए, सस्पेंस अगली कड़ी का इंतज़ार मुश्किल कर देगा आपके लिए। एक अच्छी किताब के लिए आपको बहुत बहुत बधाई अभिलेख जी और ढेर सारी शुभकामनाएं 🙏🏻😊
- Aditi Jain
Tuesday, 4 August 2020
5 अगस्त : इतिहास के पन्नों में
5 अगस्त
यूँ तो हर दिन का अपना महत्व है, अपनी कोई निराली बात है लेकिन क्या आप जानते हैं 5 अगस्त क्यों ख़ास है? हाँ, राम मंदिर और कश्मीर की वजह से सुर्खियों में है ये तारीख पर उसके अलावा भी इसका अपना महत्व है। आइये आपको बताएं कि क्या और कैसे -
- Ø चाँद पर कदम रखने वाले दुनिया के पहले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग का जन्म 5 अगस्त 1930 को हुआ था।
- Ø प्रसिद्ध कवि शिवमंगल सिंह सुमन का जन्म 5 अगस्त 1915 को हुआ था।
- Ø भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद का जन्म 5 अगस्त 1969 को हुआ था।
यानि अलग अलग फील्ड से सम्बन्ध रखने वाले कई दिग्गजों ने 5 अगस्त के दिन जन्म लिया।
घर से बाहर वैसे तो आजकल पहले की तरह निकलना नहीं हो रहा होगा आपका लेकिन कहीं भी जाते हुए जिस चीज़ से आँखें चार होती हैं वो है ट्रैफिक लाइट्स।
- Ø पहली इलैक्ट्रिक ट्रैफिक लाइट की बात करें तो वो 1914 में पांच अगस्त के ही दिन अमेरिका में लगाई गई थी। आपको एक दिलचस्प बात बता दूँ कि उस समय इसमें केवल हरी और लाल रंग की लाइट ही लगाई गई थी, एक रुकने के लिए थी और दूसरी चलने के लिए।
मशहूर लोगों और कुछ ख़ास घटनाओं की बात करें तो –
- Ø 5 अगस्त के ही दिन 1962 में मशहूर हॉलीवुड अभिनेत्री मर्लिन मुनरो अपने लॉस एंजेलिस स्थित आवास पर मृत पाई गईं।
- Ø 1963 में रूस ब्रिटेन और अमेरिका ने मॉस्को में परमाणु परीक्षण निषेध सन्धि की।
- Ø साल 1991 में भारत में न्यायमूर्ति लीला सेठ दिल्ली उच्च न्यायालय में पहली महिला न्यायधीश बनीं।
- Ø 1888 की बात करें तो कार का अविष्कार करने वाले कार्ल बेंज ने अपनी पहली कार का पेटेंट 1886 में ही करवाया था लेकिन इस कार को लंबी दूरी तक अकेले चलाने का श्रेय उनकी पत्नी को जाता है. वे पांच अगस्त के ही दिन इस कार से 104 किलोमीटर किसी दूर के शहर गईं।
- Ø और पांच अगस्त के ही दिन 1945 में अमरीकी हवाई जहाज ने जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया था।
हर दिन ख़ास होता है, अपने साथ कुछ खट्टे तो कुछ मीठे पल लाता है और पीछे छोड़ जाता है ढेर सारी यादें। चलिए, उम्मीद करते हैं, इतिहास के पन्नों पर 5 अगस्त 2020 का दिन कुछ प्यारा सा लिख जाये।
प्यार और आभार -
अदिति
Sunday, 2 August 2020
A Creative Life
A
Creative Life
Life Skills are the skills that one needs
to make the most out of life. Certain
skills may be more or less significant to you depending on your life
circumstances, your culture, beliefs, age, geographic location, etc.
When we talk about
creativity, it matters
as a life skill at any age
and in all industries. It is a valuable workplace skill because it can be a useful tool for developing new
ideas, increasing efficiency and devising solutions to complex problems.
Some of us have natural creativity skills and others can learn and develop it over time.Researchers say that the parts of our brain that we use in regular thinking are totally switched off when we think creatively while other parts of our brain that we do not use everyday are quite active.
Whether you believe it or not, we are all creative by nature. Creativity is one of the most important characteristics of being human. It is one of the main traits that makes us successful as individuals.
The trouble is that creative thinking is not usually emphasized or developed adequately after elementary school. It’s encouraged in preschool and the early years but in most learning institutions, it slowly fades away as students are taught to get ready to run the rat race. And while doing so, we all tend to forget what a wise person said a long time ago – “The creative adult is the child who survived."
-Aditi Jain